Posts

Pavitra Bijak : Pragya Bodh : Kahara : 3 : 6

Image
पवित्र बीजक : प्रग्या बोध : कहरा : 3 : 6 कहरा : 3 : 6 फिर फिर चना चबाय विषय के , काम क्रोध मद लोभ के हो !  शब्द अर्थ :  चना चबाय : इच्छा जागृत होना ! विषय = काम वासना ! काम क्रोध मद लोभ = तृष्णा के विविध रूप !  प्रग्या बोध :  परमात्मा कबीर कहरा के इस पद मे कहते है माया तृष्णा बडी उग्र बलवान होती है वह कभिभी जागृत होकर मन पर हावी होकर मन को भटकाती है ! स्त्री पुरूष बाल बूढे कोई तृष्णा के मार से बच नही सकते जब तक उससे प्यार करना नही छोडते ! तृष्णा के विविध रूप है और उनसे बचने की विधी केवल एक है मुलभारतिय हिन्दूधर्म का जीवन मार्ग अपनाना शिल सदाचार का पालन करना !  धर्मविक्रमादित्य कबीरसत्व परमहंस  दौलतराम  जगतगुरू नरसिंह मुलभारती  मुलभारतिय हिन्दूधर्म विश्वपीठ  कल्याण , अखण्ड हिन्दुस्तान , शिवशृष्टी

#पवित्र_बीजक : #प्रज्ञा_बोध : #रमैनी : ७६ : राम ही सत्य है ! #रमैनी : ७६माया मोह सकल संसारा * इहै विचार न काहु विचारा माया मोह कठिन है फंदा * करे विवेक सोई जन बन्दा राम नाम ले बेरा धारा * सो तो ले संसारहि पारा #साखी : राम नाम अति दुर्लभ, औरे ते नहिं काम /आदि अन्त और युग युग, मोहि रामहि ते संग्राम // ७६ //#शब्द_अर्थ : बंदा = व्यक्ति , दास , भक्त ! बेरा = बेड़ा , नाव ! आदि = सुरवात का समय ! अन्त = मृत्यु , अंतिम समय ! युग युग = शाश्वत , नित्य ! संग्राम = जीवन संघर्ष ! राम नाम = सत्य का ज्ञान ! #प्रज्ञा_बोध : धर्मात्मा कबीर कहते हैं भाईयो ये संसार माया मोह इच्छा तृष्णा लालच से ग्रस्त है जिस कारण झूठ फरेब भ्रष्टाचार का राज चल रहा है ! शील सदाचार भाईचारा समता शांति अहिंसा आदि मानवीय मूल्यों पर आधारित आदिधर्म मूलभारतीय हिन्दूधर्म की शिक्षा छोड़कर भ्रष्टाचारी दुराचारी विदेशी यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म के चक्कर में पड़ कर लोग अंधश्रद्धा , बुतपरस्ती , अगणित मन गढ़त देवी देवता की पूजा , उचनिच , अस्पृश्यता विषमता भेदभाव जाति वर्ण के अधर्म में जीवन का लक्ष खो गया है ! इस श्रृष्टि का निर्माता परमपिता चेतन राम को ही भूल गया है और मायावी विदेशी वैदिक ब्राह्मण रावण का पुजारी बन गया है और सुख के बदले दुख ही दुख पा रहा है ! कबीर साहेब कहते हैं भाईयो जब तक तुम विदेशी यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म का अधर्म विकृति त्याग कर सिंधु हिंदू संस्कृति के मानवतावादी समाजवादी वैज्ञानिक सुखकारक मूलभारतीय हिन्दूधर्म के निजस्वरूप राम को नही जानोगे , नहीं पहचानोगे और उस चेतनराम के सत्य स्वरूप की उपासना जीवन में नही करोगे युग युग दुख भोगते रहोगे ! मुक्ति और सुख चाहते हो तो झूठ का मार्ग वैदिक ब्राह्मणधर्म को छोड़ कर सदमार्ग , सद्दर्म पर चलो ! विदेशी यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म और मूलभारतीय हिन्दूधर्म अलग अलग है यही बात कबीर साहेब बार बार समझाते हैं ! #धर्मविक्रमादित्य_कबीरसत्व_परमहंस #दौलतराम #जगतगुरु_नरसिंह_मूलभारतीय #मूलभारतीय_हिन्दूधर्म_विश्वपीठ कल्याण , #अखण्डहिंदुस्तान

Image
#पवित्र_बीजक :  #प्रज्ञा_बोध : #रमैनी : ७६ :  राम ही सत्य है !  #रमैनी : ७६ माया मोह सकल संसारा * इहै विचार न काहु विचारा  माया मोह कठिन है फंदा * करे विवेक सोई जन बन्दा  राम नाम ले बेरा धारा * सो तो ले संसारहि पारा  #साखी :  राम नाम अति दुर्लभ, औरे ते नहिं काम / आदि अन्त और युग युग, मोहि  रामहि ते संग्राम // ७६ // #शब्द_अर्थ :  बंदा = व्यक्ति , दास , भक्त !  बेरा = बेड़ा  , नाव !  आदि = सुरवात का समय ! अन्त = मृत्यु , अंतिम समय ! युग युग = शाश्वत , नित्य ! संग्राम = जीवन संघर्ष !  राम नाम = सत्य का ज्ञान !  #प्रज्ञा_बोध :  धर्मात्मा कबीर कहते हैं भाईयो ये संसार माया मोह इच्छा तृष्णा लालच से ग्रस्त है जिस कारण झूठ फरेब भ्रष्टाचार का राज चल रहा है ! शील सदाचार भाईचारा समता शांति अहिंसा आदि मानवीय मूल्यों पर आधारित आदिधर्म मूलभारतीय हिन्दूधर्म की शिक्षा छोड़कर भ्रष्टाचारी दुराचारी विदेशी यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म के चक्कर में पड़ कर लोग अंधश्रद्धा , बुतपरस्ती , अगणित मन  गढ़त देवी देवता की पूजा , उचनिच , अस्...
Image
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ( नेटिविस्ट ) हा पक्ष महार - धरर्मांतरित बौद्ध यांचा आहे या भ्रमात कोणी राहू नये ! रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ( नेटिविस्ट ) हा पक्ष महार अथवा धर्मांतरित अल्प संख्यांक बौद्ध यांचा आहे अथवा तो तथाकथित बौद्ध - महारांनी स्थापित केलेला गट आहे असे कोणी समजू नये , हा एक स्वतंत्र पक्ष आहे , गट नाही ! मात्र बौद्ध - महारात जे समजदार आहेत , बुद्धीने वंचित नाहीत ते सहज समजू शकतात कि हा पक्ष १२५ कोटी गैर ब्राह्मण , मूलभारतीया लोकांसाठी आहे . यात ब्राह्मण धर्म स ोडून इतर सर्व धर्मची लोक येतात केवळ बौद्ध नाहीत . असा विचार या पूर्वी च्या आंबेडकरी गट तटा नि कधीही ठेवला नाही . आम्ही ब्राह्मण भगावो म्हणतो . आम्ही हिंदू धर्म आणि ब्राह्मण धर्म वेग्वेगडे आहेत म्हणतो . आम्ही जनयु छोडो , भारत जोडो म्हणतो . आम्ही ३ टक्के विदेशी ब्राह्मण विरुद्ध ९७ टक्के नेटिव्ह म्हणतो आम्ही नमस्कार , जय हिंद , जय नेटिव्ह म्हणतो ! या पक्षाचा अध्यक्ष कोणीही गैर ब्राह्मण मूलभारतीय होऊ शकतो . हा पक्ष नेटीव्हीसम , नेटिव्ह हिंदुत्व ,नेटिव्ह रुल आणि नेटिव्ह नेशन या चार सूत्री वर अवलंबून असून नेटिविस्...
Image
नेटिविस्ट बाबासाहेब आंबेडकर ! तुम्ही त्यांना विश्व सूर्य , ज्ञान सूर्य म्हणा आम्ही म्हणतो नेटिव्ह , नेटिविस्ट ! तुम्ही त्यांना मसीहा भाग्य विधाता म्हणा आम्ही म्हणतो मूल भारतीय ! तुम्ही त्यांना बोधिसत्त्व म्हणा आम्ही मानतो घटनाकार हिंदू कोड बिल जनक नवं हिंदूंचे नवं मानक ! तुम्ही त्यांना महामानव म्हणा आम्ही मानतो बाबा आमचा माणूस आमचा पिता ! त्यांनी गांधीना म्हटले मला नाही माय भूमी देश आम्ही म्हणालो तुम्ही आदिवासी ! त्यांनी शेवटी संकपिला रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया आम्ही जोड दिली नेटिविस्ट देश झाला आपुला ! संजोजक : नेटिविस्ट डी डी राऊत . रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ( नेटिविस्ट ) #नेटिविस्ट_रिपाई_देश_के_सिपाही !